मोटी तनख्‍वाह वाली जॉब छोड़ लिया बड़ा रिस्‍क, शुरू किया ये काम, अब 4000 करोड़ की कंपनी के मालिक

नई दिल्‍ली: उथम गौड़ा ने 2019 में कैप्टन फ्रेश की नींव रखी थी। बेंगलुरु की इस कंपनी ने सीफूड की दुनिया में धमाल मचा दिया है। यह कंपनी मछली और सीफूड जैसे प्रोटीन उत्पादों को सीधे किसानों से लेकर दुकानों तक पहुंचाती है। उथम गौड़ा पहले से ही सीफूड

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नई दिल्‍ली: उथम गौड़ा ने 2019 में कैप्टन फ्रेश की नींव रखी थी। बेंगलुरु की इस कंपनी ने सीफूड की दुनिया में धमाल मचा दिया है। यह कंपनी मछली और सीफूड जैसे प्रोटीन उत्पादों को सीधे किसानों से लेकर दुकानों तक पहुंचाती है। उथम गौड़ा पहले से ही सीफूड के कारोबार से जुड़े थे। उन्होंने महसूस किया कि यह बाजार बहुत ही अव्यवस्थित है। यहां माल की कमी हमेशा बनी रहती है। इस समस्या का हल निकालने के लिए उन्होंने कैप्टन फ्रेश की शुरुआत की। अपनी शुरुआत से कुछ ही सालों में यह हजारों करोड़ की कंपनी बन गई है। आइए, यहां उथम गौड़ा की सफलता के सफर के बारे में जानते हैं।

मोटी तनख्‍वाह पर कर रहे थे नौकरी

मोटी तनख्‍वाह पर कर रहे थे नौकरी

उथम गौड़ा कैप्टन फ्रेश के संस्थापक और सीईओ हैं। इस वेंचर को शुरू करने से पहले वह नेक्कांती सी फूड्स लिमिटेड में एक्‍जीक्‍यूटिव वाइस प्रेसिडेंट थे। उन्होंने ओ3 कैपिटल में एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट के रूप में भी काम किया। उथम को नौकरी करते हुए मोटी तनख्‍वाह मिल रही थी। उन्‍होंने एस.पी. जैन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च से एमबीए की पढ़ाई की है। उथम गौड़ा ने सीफूड की सप्‍लाई चेन में क्रांति लाने के इरादे से नौकरी छोड़ अपनी कंपनी शुरू करने का साहसिक फैसला लिया।

सप्लाई चेन को बेहतर बनाना है उद्देश्‍य

सप्लाई चेन को बेहतर बनाना है उद्देश्‍य

कैप्टन फ्रेश हर दिन लगभग 100 टन ताजा मछली और 3 दर्जन से ज्‍यादा तरह के सीफूड बेचती है। कंपनी के पास 50 से ज्‍यादा कलेक्‍शन सेंटर हैं। ये भारत के तटीय राज्यों में 2,500 से ज्‍यादा दुकानों तक अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं। कैप्टन फ्रेश का मुख्य उद्देश्य सप्लाई चेन को बेहतर बनाना है। कंपनी ग्राहकों को अगले दिन सुबह 6 बजे तक सामान पहुंचाने की गारंटी देती है। इससे विश्वसनीयता बढ़ती है और सीफूड के खराब होने की आशंका कम होती है।

करोड़ों की बन चुकी है कंपनी

करोड़ों की बन चुकी है कंपनी

हाल ही में कंपनी ने फंडिंग के कई राउंड पूरी किए हैं। इसमें सीरीज सी का 2 करोड़ डॉलर का राउंड भी शामिल है। कुल मिलाकर कंपनी अब तक 12.5 करोड़ डॉलर का निवेश हासिल कर चुकी है। इस निवेश से कंपनी अपने कारोबार को यूरोप और अमेरिका तक फैलाना चाहती है। वह सीफूड सप्लाई चेन को और अधिक पारदर्शी बनाने की इच्‍छुक है। इस कंपनी की वैल्‍यू 4,000 करोड़ रुपये से ज्‍यादा की है।

बहुत पहले ही भांप लिया था मौका

बहुत पहले ही भांप लिया था मौका

जून 2021 में इसने एक्सेल पार्टनर्स और मौजूदा निवेशक मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया के नेतृत्व में एक सीरीज ए राउंड में 1.2 करोड़ डॉलर जुटाए थे। इसमें अंकुर कैपिटल और इनक्यूबेट फंड की अतिरिक्त भागीदारी थी। नौकरी करते हुए ही उथम गौड़ा को इस काम में काफी अवसर दिखाई दिए। उन्होंने एहसास कर लिया था कि यह बाजार बहुत ही अव्यवस्थित है और यहां माल की किल्‍लत बनी रहती है।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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